तुम्हारी औकात दिखाने को दिल बेताब रहता है, और जितना दिमाग तुम्हारे पास है ना, उतना हमारा खराब रहता है। 😎😎😎🔥🔥🔥😎😎😎
हम अपने दर्द की शिद्दत को कम नहीं करते, ज़रा सी बात पे आँखों को नम नहीं करते, बने बनाए रस्तों पर चलते नहीं हैं हम, तमाम लोग जो करते हैं वो हम नहीं करते। 😎😎😎🔥🔥🔥😎😎😎
चर्चाओं में रहने का हमें कोई शौक नहीं, लेकिन हमारी हर बात के चर्चे हैं तो हम क्या करें। 😎😎😎🔥🔥🔥😎😎😎
मुझे किसी के बदल जाने से कुछ खास फ़र्क़ नहीं पड़ता, हम हर किसी से उम्मीद धोखे की रखते हैं। 😎😎😎🔥🔥🔥😎😎😎
माना कि हम अदब से बात नहीं करते, पर ये मानो मतलब से बात नहीं करते, ये नरम लहजा प्यारी बातें तेरे लिए हैं, हम इस लहजे में सबसे बात नहीं करते। 😎😎😎🔥🔥🔥😎😎😎
जो हालात मेरे हैं ये एक दिन सुधर जाएँगे, लेकिन बहुत सारे लोग मेरे दिल से उतर जाएँगे। 😎😎😎🔥🔥🔥😎😎😎
थी पसीने से ज़्यादा प्यार के जिम्मे महक, एहतरामन हमने वो सिक्के उछाले ही नहीं, तब उड़ाया जब हमें कमाना आ गया, बाप के पैसों पर हमने शौक़ पाले ही नहीं। 😎😎😎🔥🔥🔥😎😎😎
ताक पर रखते हैं जान भी पहचान भी, भूल जाते हैं हमारे वो तो सब अहसान भी, जिसका दिल चाहा उसी ने साँप बनकर डस लिया, इच्छाधारी हो गए हैं आजकल इन्सान भी। 😎😎😎🔥🔥🔥😎😎😎
कोशिश इतनी है कि कोई रूठे ना हमसे, मगर नज़रअंदाज़ करने वालो से हम भी नज़र नहीं मिलाते। 😎😎😎🔥🔥🔥😎😎😎
सब तुले यहाँ मिटाने पर, ऐसा लगता है कोई चीज़ हूँ मैं, सच कहने की आदत है मुझे, लोग कहते हैं बदतमीज़ हूँ मैं। 😎😎😎🔥🔥🔥😎😎😎
बताओ अब तुम्हारे वास्ते दर कौन खोलेगा, कहाँ भटकोगे लेकर ज़हर तुम ये अपने सीनों में, हमारे दिल से निकले हो तो बस जाओ यहाँ आकर, अभी थोड़ी सी गुंजाईश है मेरे आस्तीनों में। 😎😎😎🔥🔥🔥😎😎😎
ये तो लगता है मामूली अब, इससे क्या जान हमारी जानी है, इंसानों के ज़हर से गर हम बच निकले, फिर साँपों का ज़हर तो समझो पानी है। 😎😎😎🔥🔥🔥😎😎😎
किसी भी बात की पड़ती नहीं ज़रुरत तक, कभी कभी तो ये लहजे ही मार जाते हैं, हमारी जीत का डंका है सारी दुनिया में, ये और बात अपनों से हार जाते हैं। 😎😎😎🔥🔥🔥😎😎😎
नहीं औक़ात दो कौड़ी की जिनकी, वही मेयार मेरा तौलते हैं, मेरी आँखों पे है अँधों का पहरा, मुझे लंगड़े अपाहिज बोलते हैं। 😎😎😎🔥🔥🔥😎😎😎