कब्र का हाल मुर्दा जानता है, और पथरी का हाल गुर्दा जानता है। मेडिकल शायरी 😁😁😁🤣🤣🤣😁😁😁
अगर तुम मुझसे रूठोगी तो बताऊँ कैसे मनाऊँगा, आकर तेरे पास एक कान के नीचे लगाऊँगा। 😁😁😁🤣🤣🤣😁😁😁
अर्ज़ किया है मत ढूँढो मुझे दुनिया की तन्हाई में, मैं खुद ढूँढ रहा हूँ, हवा किधर से आ रही है रज़ाई में? 😁😁😁🤣🤣🤣😁😁😁
इतना मजबूर ना कर बात बनाने लग जाए, हम तेरे सिर की क़सम झूठी खाने लग जायें, मैं अगर सुना दूँ अपनी जवानी के क़िस्से, ये जो लौंडे हैं मेरे पाँव दबाने लग जायें। 😁😁😁🤣🤣🤣😁😁😁
हमको समुन्दर का खौफ ना दो यारों, हमने हँसते गालों में भी भंँवर देखे हैं। 😁😁😁🤣🤣🤣😁😁😁
ये कैसी लत थी मुझे उसके दीदार की, कि इतवार के दिन भी मैं स्कूल चला गया। 😁😁😁🤣🤣🤣😁😁😁
कैसे मुमकिन था किसी दवा से इलाज ग़ालिब, इश्क का रोग था माँ की चप्पल से ही आराम आया। 😁😁😁🤣🤣🤣😁😁😁
चली जाती है ब्यूटी पार्लर में यूँ, उनका मकसद है मिसाल-ऐ-हूर हो जाना, अब कौन समझाए इन लड़कियों को, मुमकिन नहीं किशमिश का फिर से अँगूर हो जाना। 😁😁😁🤣🤣🤣😁😁😁
आपकी सूरत मेरे दिल में ऐसे बस गयी है, जैसे छोटे से दरवाज़े में भैंस फँस गयी है। 😁😁😁🤣🤣🤣😁😁😁
बंदा इसलिए शादी करता है कि सुकून से रहे, जो शादी नहीं करते वह भी इसीलिए शादी नहीं करते, शादी वह अमल है जिसमें दो लोग मिलकर इस तरह रहते हैं, कि एक दुसरे को रहने नहीं देते... वैसे शायरों को ज़रूर शादी करनी चाहिए... अगर बीवी अच्छी मिल गयी तो ज़िन्दगी अच्छी हो जाएगी, बीवी अच्छी ना मिली तो शायरी तो अच्छी हो जाएगी। 😁😁😁🤣🤣🤣😁😁😁
ग़ालिब से एक मित्र ने पूछा आपकी बीवी कैसी है ? ग़ालिब - जो कभी लिपट जाया करती थी बादलों के गरजने पर, वो आज बादलों से भी ज़्यादा गरजती है। 😁😁😁🤣🤣🤣😁😁😁
रोशनी चाँद से होती है सितारों से नहीं, मेरी कश्ती वहाँ डूबी जहाँ पानी कम था। मेरा शेर मेरी मर्ज़ी... 😁😁😁🤣🤣🤣😁😁😁