सोंचा नहीं था कि ज़िन्दगी में ऐसे फ़साने होंगे, रोना भी ज़रूरी होगा और आँसू भी छुपाने होंगे। 💔💔💔😥😥😥💔💔💔
नया दर्द और दिल में जगा कर चला गया, कल फिर वह मेरे शहर आकर चला गया, जिसे ढूंढता रहा मैं लोगो की भीड़ में, मुझसे वह अपने आप को छुपा कर चला गया। 💔💔💔😥😥😥💔💔💔
दिल में तमन्नाओं को दबाना सीख लिया, ग़म को आंखों में छिपाना सीख लिया, मेरे चेहरे से कहीं कोई बात ज़ाहिर ना हो, दबा के होंठों को हमने मुस्कुराना सीख लिया। 💔💔💔😥😥😥💔💔💔
हँसता हुआ चेहरा निखारा करेंगे, उनकी सभी बातों से किनारा करेंगे, उन्हें मिल गया है हम से बेहतर कोई, अब वह कहाँ हमसे बात दोबारा करेंगे। 💔💔💔😥😥😥💔💔💔
फासले ऐसे भी होंगे सोंचा न था, सामने बैठा था वह मेरे पर वह मेरा न था। 💔💔💔😥😥😥💔💔💔
वो हाल ना पूछ सके हमें बेहाल देखकर, हम अपने हाल ना बता सके उनको ख़ुशहाल देखकर। 💔💔💔😥😥😥💔💔💔
हर किसी ने पहन रखे हैं चेहरे पर मुखौटे, साहब यहाँ हर इन्सान के राज़ बहुत हैं। 💔💔💔😥😥😥💔💔💔
माना कि तेरी दीद के क़ाबिल नहीं हूँ मैं, तू मेरा शौक़ देख मेरा इन्तेज़ार देख। 💔💔💔😥😥😥💔💔💔
न जाने कैसे मुसाफिर हैं हम तुम्हारे सफ़र के, न साथ चल पा रहे हैं ना दूर जा पा रहे हैं। 💔💔💔😥😥😥💔💔💔
रात भर जागते हैं एक ऐसे शख्स की खातिर, जिसको दिन के उजाले में भी मेरी याद नहीं आती। 💔💔💔😥😥😥💔💔💔
ग़म बहुत हैं खुलासा कौन करे, मुस्कुरा देता हूँ यूँ ही तमाशा कौन करे। 💔💔💔😥😥😥💔💔💔